Shri Ram Janaki Mandir which was established by Shri Vinod Kumar. The main objective of which is to provide selfless help to people, awareness of religion, and food for needy people and free education for children. This organization is run by Manovinod Narayan Kalyan Trust. All the members associated in the organization have the same vision and goal that free medical treatment for food and health should be provided to the needy people. This the organization is working as a volunteer.
श्री राम जानकी मंदिर जिसकी स्थापना श्री विनोद कुमार जी द्वारा किया गया था| जिसका उद्देश्य लोगों की निस्वार्थ सहायता, धर्म के प्रति जागरूकता, तथा जरूरतमंद लोगों के लिए भोजन तथा बच्चों के लिए निशुल्क शिक्षा प्रदान करना मुख्य उद्देश्य है| यह संस्था मनोविनोद नारायण कल्याण ट्रस्ट के द्वारा संचालित है| संस्था में जुड़े हुए सभी सदस्यों का एक ही दृष्टिकोण तथा लक्ष्य है कि जरूरतमंद लोगों को भोजन तथा स्वास्थ्य के लिए निशुल्क चिकित्सा प्रदान की जाए| यह संस्था स्वयंसेवी के रूप में कार्यरत है| मुख्य सदस्य तथा व्यवस्थापक
we are dedicated to providing quality service
"Gurukul is a place where celebration begins with right words in the blossoming minds creating a gateway of possibilities.Creating an enlightened civilization with yogic body and vedic mind.”
"गुरुकुल एक ऐसा स्थान है जहाँ उत्सव की शुरुआत खिलते मन में सही शब्दों के साथ होती है जो संभावनाओं का द्वार बनाता है। योगिक शरीर और वैदिक मन के साथ एक प्रबुद्ध सभ्यता का निर्माण।"
"Ayurveda is a 5000-year-old system of natural healing that has its origins in the Vedic culture of India. Ayurveda has been enjoying a major resurgence in both its native land and throughout the world."
"आयुर्वेद प्राकृतिक उपचार की 5000 साल पुरानी प्रणाली है जिसकी उत्पत्ति भारत की वैदिक संस्कृति में हुई है। आयुर्वेद अपनी जन्मभूमि और दुनिया भर में एक प्रमुख पुनरुत्थान का आनंद ले रहा है।"
"Meditation is a precise technique for resting the mind and attaining a state of consciousness that is totally different from the normal waking state. Meditation is not a part of any religion."
"ध्यान मन को आराम देने और चेतना की एक ऐसी स्थिति प्राप्त करने की एक सुंदर व्यवस्था है जो सामान्य जाग्रत अवस्था से बिल्कुल अलग है। ध्यान किसी धर्म का हिस्सा नहीं है।"